"उपनिषद्" च्या आवृत्तींत अंतर
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37 वळ :
यदा सर्वे प्रमुच्यन्ते कामा ये S स्य ह्रदि श्रिता:।।
अथ मतर्यो S मृतो भवत्यत्र ब्रह्म समश्र्नुते।।
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37 वळ :
यदा सर्वे प्रमुच्यन्ते कामा ये S स्य ह्रदि श्रिता:।।
अथ मतर्यो S मृतो भवत्यत्र ब्रह्म समश्र्नुते।।
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