"उपनिषद्" च्या आवृत्तींत अंतर

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37 वळ :
 
यदा सर्वे प्रमुच्यन्ते कामा ये S स्य ह्रदि श्रिता:।।
 
अथ मतर्यो S मृतो भवत्यत्र ब्रह्म समश्र्नुते।।
"https://gom.wikipedia.org/wiki/उपनिषद्" चे कडल्यान परतून मेळयलें